14.1 देश के नागरिकों को तीन आयवर्गों में बाँटा जायेगा-
(क) निम्न आयवर्गः 1 लाख रूपये से कम वार्षिक आय/6 एकड़ से कम कृषि भूमि।
(ख) मध्यम आय वर्गः 1 लाख से 3 लाख रूपये तक की वार्षिक आय/6 से 20 एकड़ तक कृषि भूमि।
(ग) उच्च आय वर्गः 3 लाख रूपये से अधिक वार्षिक आय/बीस एकड़ से अधिक कृषि भूमि।
(कृषि भूमि का उपर्युक्त रकबा मैदानी भाग के हिसाब से है, पहाड़ी भागों के लिए रकबा अपेक्षाकृत कम, तथा रेगिस्तानी इलाकों के लिए ज्यादा हो सकेगा।)
14.2 इसी प्रकार, उद्योग-धन्धों का भी वर्गीकरण किया जायेगा-
(क) लघु उद्यमः 6 लाख रूपये से कम वार्षिक टर्नओवर।
(ख) मध्यम उद्यमः 6 से 20 लाख रूपये तक का वार्षिक टर्नओवर।
(ग) वृहत् उद्यमः 20 लाख रूपये से अधिक वार्षिक टर्नओवर।
(टिप्पणीः ‘रुपये के मूल्य’ तथा विशेषज्ञों की सलाह पर उपर्युक्त विभाजन को संशोधित किया जा सकता है।)
(क) निम्न आयवर्गः 1 लाख रूपये से कम वार्षिक आय/6 एकड़ से कम कृषि भूमि।
(ख) मध्यम आय वर्गः 1 लाख से 3 लाख रूपये तक की वार्षिक आय/6 से 20 एकड़ तक कृषि भूमि।
(ग) उच्च आय वर्गः 3 लाख रूपये से अधिक वार्षिक आय/बीस एकड़ से अधिक कृषि भूमि।
(कृषि भूमि का उपर्युक्त रकबा मैदानी भाग के हिसाब से है, पहाड़ी भागों के लिए रकबा अपेक्षाकृत कम, तथा रेगिस्तानी इलाकों के लिए ज्यादा हो सकेगा।)
14.2 इसी प्रकार, उद्योग-धन्धों का भी वर्गीकरण किया जायेगा-
(क) लघु उद्यमः 6 लाख रूपये से कम वार्षिक टर्नओवर।
(ख) मध्यम उद्यमः 6 से 20 लाख रूपये तक का वार्षिक टर्नओवर।
(ग) वृहत् उद्यमः 20 लाख रूपये से अधिक वार्षिक टर्नओवर।
(टिप्पणीः ‘रुपये के मूल्य’ तथा विशेषज्ञों की सलाह पर उपर्युक्त विभाजन को संशोधित किया जा सकता है।)
***
कोई टिप्पणी नहीं:
टिप्पणी पोस्ट करें